प्रथम चरण की काउंसिलिंग के बाद यूजी की साढ़े पांच लाख सीटें खाली, अब सीएलसी से भरेंगी

प्रदेश के सरकारी और निजी 1317 कालेजों में प्रवेश प्रक्रिया जारी है। यूजी में पहले चरण में शुल्क जमा कर प्रवेश लेने का शनिवार को अंतिम दिन था। पहले चरण के लिए 1,60,780 सीटें आवंटित की गई थीं। इसमें कुल 95,986 विद्यार्थियों ने शुल्क जमा कर प्रवेश लिया है। हालांकि अंतिम दिन प्रवेश लेने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। उच्च शिक्षा विभाग के यूजी के प्रथम वर्ष के प्रथम चरण के प्रवेश की काउंसिलिंग पर विराम लग गया है। यूजी में पहले चरण में करीब 96 हजार प्रवेश हुए हैं। हालांकि अब भी यूजी में एक लाख का तक आंकडा नहीं छू सका है, जबकि पिछले वर्ष विभाग ने एक लाख 76 हजार प्रवेश करा लिए थे। अब प्रदेश के कालेजों में करीब साढ़े पांच लाख खाली सीटें कालेज लेवल काउंसिलिंग (सीएलसी) से भरी जाएंगी। विभाग के पास यूजी में करीब 1317 कालेजों में करीब साढ़े लाख सीटें हैं। इसके अलावा विभाग ने सीएलसी के प्रवेश प्रक्रिया में छह दिन की बढ़ोतरी की है।
गत वर्ष उच्च शिक्षा मंत्री ने प्रवेश बढ़ाने के लिए प्रोफेसरों पर शिकांजा कस रखा था। इसके चलते गत वर्ष एक लाख 76 हजार प्रवेश हुए थे। वर्तमान सत्र में विभाग को 96 हजार ही प्रवेश मिले हैं, जबकि अगस्त तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी करनी है। अब ऐसे में पूरी सीटें भरनी मुश्किल है। प्रदेश के 1317 कालेजों में करीब साढ़े छह लाख सीटें मौजूद हैं। इन सीटों पर सीएलसी का ही भरोसा है। इसका फायदा निजी कालेजों का ज्यादा मिलने के कयास लगाये जा रहे हैं। वर्तमान में सीएलसी के पंजीयन चल रहा हैं, जो 14 जून तक चलेंगे। 15 जून तक सत्यापन और 18 जून को विद्यार्थियों की मेरिट सूची जारी हो जाएगी। इसके बाद विद्यार्थी 21 जून तक फीस जमा कर प्रवेश ले सकेंगे।